गुलाबगढ़ की शांत वादियों में, अदिति और आरव झरने के पास बैठे थे। आसमान में चाँद अपनी चमक बिखेर रहा था, और ठंडी हवा अदिति के खुले बालों से खेल रही थी। आरव की नज़रें अदिति पर टिकी थीं, मानो उसे हर एक पल को कैद करना हो।
आरव ने अदिति का हाथ अपने हाथों में लिया। उसकी उंगलियाँ अदिति की हथेली पर धीरे-धीरे सरक रही थीं। अदिति का दिल तेजी से धड़कने लगा। उसकी साँसों की गहरी आवाज़ आरव के करीब होने का अहसास दिला रही थी।
“तुम्हें पता है?” आरव ने हल्की मुस्कान के साथ कहा, “तुम्हारी मौजूदगी से हर चीज़ खूबसूरत लगने लगती है।”
अदिति ने शरमाते हुए हल्का सा सिर झुका लिया। आरव ने उसके चेहरे पर गिरती एक लट को धीरे से हटाया। उसकी उंगलियाँ अदिति के गालों पर रुक गईं और उन्होंने अदिति के चेहरे को अपनी तरफ मोड़ लिया। अदिति ने अपनी आँखें बंद कर लीं, जैसे उस पल को महसूस करना चाहती हो।
आरव की उंगलियाँ अब अदिति की गर्दन के पास बढ़ीं। उसने उसकी नाजुक त्वचा को हल्के से छुआ। अदिति की साँसों की गर्माहट और तेज़ हो गई। आरव ने अदिति के कंधों पर अपने हाथ रखे और धीरे-से उसे अपनी ओर खींच लिया।
जब अदिति की पीठ आरव की मजबूत बाहों में सिमटी, उसने हल्की सी सिसकारी भरी। आरव के हाथ अब उसकी कमर के चारों ओर लिपट गए। अदिति के होठों पर हल्की मुस्कान थी, लेकिन उसकी आँखें अब भी बंद थीं।
आरव ने उसके कान के पास फुसफुसाकर कहा, “तुम्हारे करीब होना जैसे हर सपना सच होने जैसा लगता है।”
अदिति ने हल्के से अपनी आँखें खोलीं, और आरव की ओर देखा। उनकी आँखों में सिर्फ प्यार नहीं, बल्कि एक गहरी चाहत झलक रही थी। अदिति ने आरव के सीने पर अपने हाथ रखे और उसकी धड़कनों को महसूस किया।
आरव के हाथ अब अदिति की पीठ से होते हुए उसकी कमर पर ठहर गए। उसने अदिति को अपनी ओर और करीब खींचा। अदिति ने झिझकते हुए अपने हाथ उसकी गर्दन के चारों ओर लपेट लिए। उनकी साँसें अब एक-दूसरे से टकरा रही थीं।
उनके होठ धीरे-धीरे करीब आने लगे। जैसे ही उनका पहला चुंबन हुआ, अदिति ने हल्की सिसकारी भरी। आरव की उंगलियाँ अब उसकी पीठ को सहला रही थीं, और अदिति के होंठों पर कंपकंपी दौड़ गई।
“आरव…,” अदिति ने धीमे स्वर में कहा, लेकिन उसकी आवाज़ में चाहत और सिसकारियों का मिश्रण था। आरव ने उसका चेहरा अपने हाथों में लिया और उसे और गहराई से महसूस किया।
उस रात, चाँदनी के नीचे, उनके जिस्म और दिल दोनों करीब आ गए। झरने की आवाज़ और उनकी साँसों का संगीत वादी में गूंज रहा था। यह रात उनकी यादों में हमेशा के लिए बस गई।